"अष्टछाप": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 11:
:;‘कुंभनदास’ लाल गिरिधर बिनु जीवन जनम अलेखैं।।
* [[सूरदास]] (१४७८ ई. - १५८० ई.)
:;अबिगत गति कछु कहति न आवै।
:;ज्यों गूंगो मीठे फल की रस अन्तर्गत ही भावै॥
:;परम स्वादु सबहीं जु निरन्तर अमित तोष उपजावै।
:;मन बानी कों अगम अगोचर सो जाने जो पावै॥
:;रूप रैख गुन जाति जुगति बिनु निरालंब मन चकृत धावै।
:;सब बिधि अगम बिचारहिं तातों सूर सगुन लीला पद गावै॥
* [[कृष्णदास]] (१४९५ ई. - १५७५ ई.)
* [[परमानन्ददास]] (१४९१ ई. - १५८३ ई.)
|