"अष्टछाप": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 26:
* [[परमानन्ददास]] (१४९१ ई. - १५८३ ई.)
:;बृंदावन क्यों न भए हम मोर।
:;करत निवास गोबरधन ऊपर, निरखत नंद किशो॥किशोर॥
:;क्यों न भये बंसी कुल सजनी, अधर पीवत घनघोर।
:;क्यों न भए गुंजा बन बेली, रहत स्याम जू की ओर॥