"आतंकवाद": अवतरणों में अंतर

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<br />[[चित्र:Terrorincidents2001atlas.jpg|thumb|300px|right|आतंकवाद के शिकार<ref>"अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घटनाओं, अमेरिका 2001" द्वारा [[राज्य विभाग|विभाग राज्य]] Department of State)</ref>]]
 
'''आतंकवाद''' एक प्रकार के माहौल को कहा जाता है। इसे एक प्रकार के हिंसात्मक गतिविधि के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो कि अपने [[आर्थिक]], [[धार्मिक]], [[राजनीतिक]] एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक अर्थात नागरिकों की सुरक्षा को भी निशाना बनाते हैं। गैर-राज्य कारकों द्वारा किये गए राजनीतिक, वैचारिक या धार्मिक हिंसा को भी आतंकवाद की श्रेणी का ही समझा जाता है। अब इसके तहत गैर-क़ानूनी हिंसा और [[युद्ध]] को भी शामिल कर लिया गया है। अगर इसी तरह की गतिविधि आपराधिक संगठन द्वारा चलाने या को बढ़ावा देने के लिए करता है तो सामान्यतः उसे आतंकवाद नहीं माना जाता है, यद्यपि इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है। गैर-इस्लामी संगठनों या व्यक्तित्वों को नजरअंदाज करते हुए प्रायः इस्लामी या जिहादी के साथ आतंकवाद की अनुचित तुलना के लिए इसकी आलोचना भी की जाती है।
वर्तमान में आतंकवाद धर्म से संबंधित हो चुका है विश्व में पिछले 25 वर्षों से अब तक हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादी विशेष इस्लामिक नारे(अल्लाह उ अखबार ) के साथ आतंकी हमलों को अंजाम देते हैं जिस से सिद्ध होता है की आतंकवादी इस्लाम को हिंसा के करके पूरी दुनिया पर जबरन लागू करना चाहते हैं इस्लाम के अनुसार दुनिया में सिर्फ इस्लाम धर्म एक मात्र होना चाहिए कोई और धर्म नही , साथ ही जो अल्लाह को नही मानते उनसे जजिया कर के रूप में उन की संपत्ति, सोना ,मुद्रा, गहने , महिलाओ को कब्जे में लेने की बात है साथ ही जो अल्लाह को नही मनाते वो उन्हें काफिर कहते हैं और काफिर वाजिब ए कत्ल है यानि जान से मारने लायक है कुरान के अध्याय 9 सूरा 5 में अल्लाह को ना मानने वालों को जान से मारने की बात खुले तौर पर की गई है
कुरान और इस्लाम की इन बातों से प्रभावित होकर आज सैकड़ो इस्लामिक आतंकवादी संगठन तैयार होकर मानवता को हिंसा के माध्य्म से कुचल रहें हैं
बावजूद इस के अब तक किसी भी मुस्लिम देश ने इन आतंकी संगठनों को खत्म करने का प्रयास नही किया कई देशों में हुई जांच में साबित हो चुका है कि आतंकवादियो को मुस्लिम देशों से आर्थिक सहायता गुप्त रूप से दी जाती है इस प्रकार आतंकवाद मानवता के लिये एक बहुत ही बड़ी समस्या बन चुका है
 
==शब्द की उत्पत्ति==