"ईश्वर": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
पंक्ति 50:
=== हिन्दू धर्म ===
{{मुख्य|हिन्दू धर्म}}
[[वेद]] के अनुसार व्यक्ति के भीतर पुरुष ईश्वर ही है। परमेश्वर एक ही है। वैदिक और पाश्चात्य मतों में परमेश्वर की अवधारणा में यह गहरा अन्तर है कि वेद के अनुसार ईश्वर भीतर और परे दोनों है जबकि पाश्चात्य धर्मों के अनुसार ईश्वर केवल परे है। ईश्वर परब्रह्म का सगुण रूप है। [[शिव]] की एक नाम ईस्वर हे |
वैष्णव लोग [[विष्णु]] को ही ईश्वर मानते है, तो शैव [[शिव]] को।
|