"राधिका पंडित": अवतरणों में अंतर
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राधिका ने पहली बार कैमरे का सामना 2007 में कन्नड़ फिल्म ''18थ क्रॉस'' में किया था, लेकिन ये फिल्म इसके निर्माता चिक्कना के मौत के कारण कुछ समय के लिए रुक गया था, और कई सालों के बाद 2012 में सिनेमा घरों में प्रदर्शित हो पाया। इस दौरान राधिका अपनी एक अन्य फिल्म मोग्गिना मनसू के निर्माण में व्यस्त थीं। इस फिल्म में वो कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की, चंचला का किरदार निभा रही हैं, जिसे कॉलेज में रेगिंग का सामना करना पड़ता है। इस फिल्म में वो यश के साथ काम कर रही थीं, जो उनके साथ इससे पहले नन्दगोकुल नाम के धारावाहिक में भी साथ काम कर चुके थे। ये फिल्म 2008 में प्रदर्शित हुई और काफी सफल रही और इस फिल्म के कारण राधिका को कई पुरस्कार भी मिले।
राधिका का अगला किरदार नागाठीहाल्लि चन्द्रशेखर की निर्देशित रोमांटिक-नाटक वाली फिल्म ''ओलवे जीवन लेक्काचारा'' (2009) थी। इस फिल्म में इनका किरदार रुक्मिणी का था। इस फिल्म में इनके साथ श्रीनगर किट्टी अभिनय कर रहे थे, जिसमें इनके किरदार का नाम बालचन्द्र था। इनकी अगली फिल्म 2009 में प्रदर्शित हुई ''लव गुरु'' थी, जो एक प्रेम-नाटक पर आधारित थी। इस फिल्म में इनके किरदार का नाम खुशी था। इस फिल्म में इनके साथ तरुण चन्द्र भी मुख्य किरदार निभा रहे थे।
==निजी जीवन==
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