"युधिष्ठिर मीमांसक": अवतरणों में अंतर

शुद्ध शब्द वाङ्मय स्थापित किया
पंक्ति 64:
*'''संस्कृत व्याकरण शास्त्र का इतिहास''' - 3 खण्ड (2007-2030 वि.),
 
*'''क्षीर तरंगिणी''' - पाणिनीय धातुपाठ के औदीच्य पाठ पर प्रणीत टीका का सम्पादन।सम्पादन
 
*दशपादी उणादि वृत्ति (1043),