"ज़ीनत अमान": अवतरणों में अंतर

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== व्यक्तिगत जीवन ==
ज़ीनत अमान का जन्म बम्बई में 1951 में एक मुस्लिम पिता और हिन्दू मां के घर हुआ था। उनकी मां महाराष्ट्र की हैं। जीनत अभिनेता [[रज़ा मुराद]] की चचेरी बहन और अभिनेता [[मुराद]] की भतीजी हैं। जब ज़ीनत अमान 13 साल की थी, उनके पिता की मृत्यु हो गई।<ref>{{cite news |title=शादीशुदा एक्टर के प्यार में पड़ खूब टॉर्चर हुई थीं जीनत अमान, 5 स्टार होटल में की थी जमकर पिटाई- Amarujala |url=https://www.amarujala.com/photo-gallery/entertainment/bollywood/zeenat-aman-birthday-special-relationship-with-sanjay-khan |accessdate=26 मार्च 2019 |work=[[अमर उजाला]]}}</ref> उनकी माँ ने बाद में हेंज नाम के एक जर्मन व्यक्ति से शादी की और जर्मन नागरिकता भी प्राप्त की।
 
== फिल्मी सफर ==
ज़ीनत का फ़िल्मी करियर 1971 में ''[[हलचल (1971 फ़िल्म)|हलचल]]'' में एक छोटी भूमिका के साथ शुरू हुआ।<ref>{{cite news |title=ज़ीनत अमान के बारे में 30 रोचक जानकारियां |url=http://hindi.webdunia.com/bollywood-focus/zeenat-aman-30-interesting-facts-115111800059_1.html |accessdate=26 मार्च 2019 |work=[[वेब दुनियावेबदुनिया]] |language=hi}}</ref> ''[[हंगामा (1971 फ़िल्म)|हंगामा]]'' (1971) में उनकी दूसरी संक्षिप्त भूमिका थी; लेकिन दोनों फिल्में असफल रहीं। बाद में [[देव आनन्द]] ने उन्हें ''[[हरे रामा हरे कृष्णा (1971 फ़िल्म)|हरे रामा हरे कृष्णा]]'' (1971) में अपनी बहन का किरदार दिया। ''हरे रामा हरे कृष्णा'' (1971) में, ज़ीनत अमान ने [[आर॰ डी॰ बर्मन]] के गीत "दम मारो दम" की सहायता से, जेनिस के रूप में दर्शकों का दिल जीत लिया।<ref>{{cite news |title=जीनत अमान को प्रपोज करने के लिए देवानंद ने रखी थी पार्टी, यहीं पर मिला था उन्हें सबसे बड़ा धोखा- Amarujala |url=https://www.amarujala.com/photo-gallery/entertainment/bollywood/dev-anand-loves-zeenat-aman-and-wants-to-propose-her?pageId=3 |accessdate=26 मार्च 2019 |work=अमर उजाला}}</ref> उन्होंने [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार|फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार]] अर्जित किया।
 
1970 के दशक में, देव-जीनत की जोड़ी को आधा दर्जन फिल्मों में देखा गया; ''[[हीरा पन्ना (1973 फ़िल्म)|हीरा पन्ना]]'' (1973), ''[[इश्क इश्क इश्क (1974 फ़िल्म)|इश्क इश्क इश्क]]'' (1974), ''[[प्रेम शस्त्र (1974 फ़िल्म)|प्रेम शस्त्र]]'' (1974), ''वारंट'' (1975), ''डार्लिंग डार्लिंग'' (1977) और ''[[कलाबाज़ (1977 फ़िल्म)|कलाबाज़]]'' (1977)। इनमें से, ''वारंट'', बॉक्स ऑफिस पर सबसे बड़ी सफलता थी। 1973 की ''[[यादों की बारात]]'' में "चुरा लिया है तुमने" गीत से भी वह बहुत लोकप्रिय हुई।