"सोनभद्र जिला": अवतरणों में अंतर
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चर्चित व्यक्तियों मे ऋषि कण्व का नाम क्यों नहीं था। टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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स्वतंत्रता मिलने के लगभग 10 वर्षों [[तक]] यह क्षेत्र (तब [[मिर्जापुर]] जिले का भाग) अलग-थलग था तथा यहां यातायात या संचार के कोई साधन नहीं थे। पहाड़ियों में [[चूना पत्थर]] तथा [[कोयला]] मिलने के साथ तथा क्षेत्र में पानी की बहुतायत होने के कारण यह औद्योगिक स्वर्ग बन गया। यहां पर देश की सबसे बड़ी सीमेन्ट फैक्ट्रियां, [[बिजली घर]] (थर्मल तथा हाइड्रो), एलुमिनियम एवं रासायनिक इकाइयां स्थित हैं। साथ ही कई सारी सहायक इकाइयां एवं असंगठित उत्पादन केन्द्र, विशेष रूप से स्टोन क्रशर इकाइयां, भी स्थापित हुई हैं।
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के चौथे सबसे बड़े उत्तर प्रदेश राज्य दूसरा सबसे बड़ा जिला है तथा यहां का 'सलखन फॉसिल पार्क' दुनिया का सबसे पुराना जीवाश्म पार्क है जिसे लोग पूरी दुनिया से यहां देखने व घुमने आते हैंं। भारत के सर्वप्रथम प्रधानमन्त्री पं ज्वाहर लाल नेहरु ने इस जिले को "भारत का स्विटजर लैण्ड" बनाने का सपना देखा था, तत्कालिन सिस्टम ने इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया और यह सपना ही रह गया,लेकिन भविष्य में इस सपने को साकार करने के लिए इस पर अमल किया जा सकता है। यह जिला औद्योगिक स्वर्ग है। त्यहां एल्युमीनियम इकाई, रासायनिक इकाई, देश कि सबसे बड़ी डाला सिमेन्ट फैक्ट्री(800 टन प्रतिदिन), अनपरा व रिहन्द विद्युत इकाई (थर्मल व हाईड्रा), स्टोन थ्रशर इकाई, आदित्य बिड़ला केमिक्लस, एन.टी.पी.सी. इत्यादि मिलकर इस जिले को भारत का पावर हब बनाते हैं,तथा इसी दृष्टी इसे 'मिनी मुम्बई' भी कहा जाता है। तथा इसे एक केन्द शासित प्रदेश भी बनाया जा सकता है।
'''क्षेत्रफल''' -6,788 वर्ग कि.मी
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