"भारत के घोटालों की सूची (वर्ष के अनुसार)": अवतरणों में अंतर

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'''आजादी से अब तक देश में काफी बड़े [[घोटाला|घोटालों]] का इतिहास रहा है। नीचे [[भारत]] में हुए बड़े घोटालों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है-'''
 
'''अरुण नेगी की रिपोर्ट'''
 
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;नेहरू कार्यकाल का जीप खरीदी घोटाला(1948)
 
;जीप खरीदी (1948)
आजादी के बाद भारत सरकार ने एक [[लंदन]] की कंपनी से 2000 जीपों को सौदा किया। सौदा 80 लाख रुपये का था। लेकिन केवल 155 जीप ही मिल पाई। घोटाले में ब्रिटेन में मौजूद तत्कालीन भारतीय उच्चायुक्त वी.के. कृष्ण मेनन का हाथ होने की बात सामने आई। लेकिन 1955 में केस बंद कर दिया गया। जल्द ही मेनन नेहरु केबिनेट में शामिल हो गए।
वसूली 1 रुपए की भी नहीं हो पाई.
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;तहलका
इस ऑनलाइन न्यूज पॉर्टल ने स्टिंग ऑपरेशन के जारिए ऑर्मी ऑफिसर और राजनेताओं को रिश्वत लेते हुए पकड़ा। यह बात सामने आई कि सरकार द्वारा की गई 15 डिफेंस डील में काफी घपलेबाजी हुई है और इजराइल से की जाने वाली बारक मिसाइल डीलभी इसमें से एक है।लेकिन ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया।है।
 
इस ऑनलाइन न्यूज पॉर्टल ने स्टिंग ऑपरेशन के जारिए ऑर्मी ऑफिसर और राजनेताओं को रिश्वत लेते हुए पकड़ा। यह बात सामने आई कि सरकार द्वारा की गई 15 डिफेंस डील में काफी घपलेबाजी हुई है और इजराइल से की जाने वाली बारक मिसाइल डीलभी इसमें से एक है।लेकिन ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
 
;स्टॉक मार्केट
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(हर्षद मेहता की तरह केतन पारेख ने बैंकों और स्टाक मार्केट के जरिए निवेशकों को चूना लगाया।)
 
नतनत
 
== 2011 ==