"चेतक": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति 15:
:जो तनिक हवा से बाग हिली
:लेकर सवार
:राणा की पुतली फिरी नहीं
:तब तक चेतक
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:गिरता न कभी चेतक तन पर
पंक्ति 33:
:फँस गया शत्रु की चालों में
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:फिर गया गया फिर ठहर गया
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:अरि की सेना पर घहर गया।
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