"यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Giuseppe Mazzini.jpg|right|thumb|300px|[[ज्यूसेपे मेत्सिनी]] : [[इटली का एकीकरण|इटली के एकीकरण]] का अग्रदूत]]
 
१९वीं शताब्दी में यूरोपीय महाद्वीप में [[राष्ट्रवाद]] (nationalism) की एक लहर चली जिसने यूरोपीय देशों का कायाकल्प कर दिया। [[जर्मनी]], [[इटली]], [[रोमानिया]] आदि नवनिर्मित देश कई क्षेत्रीय राज्यों को मिलाकर बने जिनकी राष्ट्रीय पहचान 'समान' थी। [[यूनान]], [[पोलैण्ड]], [[बल्गारिया]] आदि स्वतन्त्र होकर राष्ट्र बन गये। राष्ट्रवादी चेतना का उदय [[यूरोपीय पुनर्जागरण|यूरोप में पुनर्जागरण]] काल से ही शुरू हो चुका था, परन्तु १७८९ ई. के [[फ्रांसीसी क्रांति|फ्रान्सीसी क्रांति]] में यह सशक्त रूप लेकर प्रकट हुआ।
 
१८वीं सदी में कई देश जैसे [[जर्मनी]], [[इटली]] तथा [[स्विटजरलैण्ड]] आदि उस रूप में नहीं थे जैसा कि आज हम इन्हें देखते हैं। अठारहवीं सदी के मध्य [[जर्मनी]], [[इटली]] और [[स्विट्जरलैंड]] राजशाहियों, डचों और कैंटनों में बँटे हुए थे, जिनके शासकों के स्वायतत्ता क्षेत्र थे। इसी प्रकार, पूर्वी और मध्य यूरोप निरंकुश राजतन्त्रों के अधीन थे और इन क्षेत्रों में तरह-तरह के लोग रहते थे। वे अपने आप को एक सामूहिक पहचान या किसी 'समान [[संस्कृति]]' का भागीदार नहीं मानते थे। ऐसी स्थिति राजनीतिक एकता को आसानी से बढ़ावा देने वाली नहीं थी। इन तरह-तरह के समूहों को आपस में बाँधने वाला तत्व, केवल सम्राट के प्रति सबकी निष्ठा थी।
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[[फ्रांसीसी क्रान्ति]] से पहले [[फ्रांस]] एक ऐसा राज्य था जिनके सम्पूर्ण भूभाग पर एक निरकुंश राजा का शासन था। फ्रांसीसी क्रांति का नारा 'स्वतंत्रता, समानता और विश्वबंधुत्व' ने राजनीति को अभिजात्यवर्गीय परिवेश से बाहर कर उसे अखबारों, सड़कों और सर्वसाधारण की वस्तु बना दिया। १९वीं शताब्दी तक आते-आते परिणाम युगान्तकारी सिद्ध हुए। [[नेपोलियन की संहिता]] - इसे 1804 में लागू किया गया। इसने जन्म पर आधरित विशेषाधिकारों को समाप्त कर दिया। इसने न केवल [[न्याय के समक्ष समानता]] स्थापित की बल्कि [[सम्पत्ति का अधिकार|सम्पत्ति के अधिकार]] को भी सुरक्षित किया।
 
१८वीं शताब्दी के अन्तिम वर्षों में [[नैपोलियन के आक्रमणयुद्ध|नेपोलियन के आक्रमणों]] ने यूरोप में राष्ट्रीयता की भावना के प्रसार में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इटली, पोलैण्ड, जर्मनी और स्पेन में नेपोलियन ने ही 'नवयुग' का संदेश पहुँचाया। नेपोलियन के आक्रमण से इटली और जर्मनी में एक नया अध्याय आरम्भ हुआ। उसने समस्त देश में एक संगठित एवं एकरूप शासन स्थापित किया । इससे वहाँ राष्ट्रीयता के विचार उत्पन्न हुए। इसी राष्ट्रीयता की भावना ने जर्मनी और इटली को मात्र भौगोलिक अभिव्यक्ति की सीमा से बाहर निकालकर उसे वास्तविक एवं राजनैतिक रूप प्रदान की जिससे [[इटली का एकीकरण|इटली]] और [[जर्मनी का एकीकरण|जर्मनी के एकीकरण]] का मार्ग प्रशस्त हुआ।
 
== मुख्य घटनाएँ ==