"रणथम्भोर दुर्ग": अवतरणों में अंतर

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→‎निर्माण काल: Thakur Deshraj : Jat - Itihas, 1992 , P.593
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=== निर्माण काल ===
 
चौहानराजा वंशरणमल केसिंह राजपूत राजा सपल्क्ष्क्षनागिल ने 944 ईस्वी परइस किले का निर्माण शुरूकरवाया था |<ref>{{Cite book}}</ref>Thakur Deshraj : Jat - Itihas, 1992 , P.[[Thakur Deshraj : Jat - Itihas, 1992 , P.593]]<ref>{{Cite book|Thakur Deshraj : Jat - Itihas, कर1992 दिया।, P.593=|book=|indai=}}</ref>और उसके बाद से उनके कई उत्तराधिकारियों ने रणथंभौर किले के निर्माण की दिशा में योगदान दिया। राव हम्मीर देव चौहान की भूमिका इस किले के निर्माण में प्रमुख मानी जाती है।
 
अलाउद्दीन खिलजी ने 1300 ईस्वी के दौरान किले पर कब्जा करने की कोशिश की लेकिन ऐसा करने में विफल रहे। तीन असफल प्रयासों के बाद, उनकी सेना ने अंततः 13 वीं शताब्दी में रणथंभौर किले पर कब्जा कर लिया और चौहान के शासनकाल को खत्म कर दिया। तीन शताब्दियों के बाद अकबर ने किले का पदभार संभाला और 1558 में रणथंभौर राज्य को भंग कर दिया। 18 वीं सदी के मध्य तक किले मुगल शासकों के कब्जे में रहे।