'''कोडरमा''' [[भारत]] में [[झारखंड]] प्रान्त काके एक[[कोडरमा ज़िले]] का जिलामुख्यालय है। यह [[भारत]] के अभ्रक जिला के रूप मे जाना जाता है। इसे झारखंड का प्रवेशद्वार के नाम से भी जाना जाता है। [[झारखण्ड]] का [[कोडरमा]] जिला शहरी क्षेत्र है जो अपनी “अभ्रक नगरी” के सग्रह के रूप मे जाना जाता है। यह जिला अर्धविकसित, क्षीण जनसंख्या वाला है जबकि सीमित प्राकृतिक संसाधन मौजूद है। 717 गाँवों वाले इस जिले का निर्माण [[हजारीबाग]] जिले को विभाजित कर 10 अप्रैल 1994 को किया गया। इस जिले में सिर्फ़ दो शहर कोडरमा और [[झुमरी तिलैया]] हैं। कोडरमा जिले की सीमायें [[बिहार]] में [[गया]] और [[नवादा]] तथा [[झारखंड]] में [[गिरिडीह]] था [[हजारीबाग]] के साथ लगती हैं। इस जिला मे पाच प्रखण्ड कोडरमा, जयनगर, मरकच्चौ, सतगांवा एंव चंदवारा है। इस जिले की सबसे बड़ी खासियत यह है कि [[विश्व]] के पूरे [[माइका]] का 90% उत्पादन यहीं होता है।