"अज़ान": अवतरणों में अंतर
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'''अज़ान''' ({{lang-ur|أَذَان}}) या अदान। [[इस्लाम]] में मुस्लिम समुदाय अपने दिन भर की पांचों नमाज़ों के लिए बुलाने के लिए ऊँचे स्वर में जो शब्द कहे जाते हैं, उन्हें अज़ान कहते हैं।
अज़ान
== शुरूआत ==
मदीना तैयबा में जब नमाज़ बाजमात
# प्रार्थना के समय कोई झंडा बुलंद किया।
# किसी उच्च स्थान पर आग जला दी जाए।
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# ईसाइयों की तरह घंटियाँ बजाई जाए।
उपरोक्त सभी प्रस्ताव
हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
आंहज़रत ने हज़रत अब्दुल्लाह बिन ज़ैद से कहा कि तुम हज़रत बिलाल को अज़ान इन शब्दों में पढने की हिदायत कर दो, उनकी आवाज़ बुलंद है इसलिए वह हर नमाज़ के लिए इसी तरह अज़ान दिया करेंगे। इसलिए उसी दिन से अज़ान की प्रणाली स्थापित हुई और इस तरह हज़रत बिलाल रज़ियल्लाहु अन्हु इस्लाम के पहले अज़ान देने वाले के रूप में प्रसिद्ध हुए।▼
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== अज़ान का मतलब ==
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