"रेने देकार्त": अवतरणों में अंतर
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रेने देकार्त जो कि दार्शनिक होने के साथ साथ एक सुप्रसिद्घ गणितज्ञ थे, वे दर्शन को विग्यान में परिवर्तित करना चाहते थे,आधुनिक पाश्चात्य दर्शन का जनक के रुप में इन्हें जाना जाता है, साथ ही साथ इन्होंने ज्ञान के लिए बुद्धि को सर्वोत्तम राह बताया, क्योंकि इसमें ज्ञान सार्वभौमिक व अनिवार्य होता है, {{Infobox philosopher
| region = पाश्चात्य दर्शन
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