"स्मृति": अवतरणों में अंतर
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'''स्मृति''' [[हिन्दू धर्म]] के उन धर्मग्रन्थों का समूह है जिनकी मान्यता [[श्रुति]] से नीची श्रेणी की हैं और जो मानवों द्वारा उत्पन्न थे। इनमें [[वेद]] नहीं आते। '' स्मृति '' का शाब्दिक अर्थ है - "याद किया हुआ"। यद्यपि स्मृति को वेदों से नीचे का दर्ज़ा हासिल है लेकिन वे (रामायण, महाभारत, गीता, पुराण) अधिकांश हिन्दुओं द्वारा पढ़ी जाती हैं, क्योंकि वेदों को समझना बहुत कठिन है और स्मृतियों में आसान कहानियाँ और नैतिक उपदेश हैं। इसकी सीमा में विभिन्न धार्मिक ग्रन्थों—[[गीता]], [[महाभारत]], [[विष्णुसहस्रनाम]] की भी गणना की जाने लगी। शंकराचार्य ने इन सभी ग्रन्थों को स्मृति ही माना है।
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