"अंटार्कटिका": अवतरणों में अंतर

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== इतिहास ==
[[चित्र:AntarcticaDomeCSnow.jpg|thumb|right|महाद्वीप की बर्फीली सतह।]]
[https://tyrosx.com/antarctica/ [[टॉलेमी<nowiki>]]</nowiki> के समय (1 शताब्दी ईस्वी) से पूरे यूरोप में यह विश्वास फैला था कि दुनिया के विशाल महाद्वीपों एशिया], यूरोप और उत्तरी अफ्रीका की भूमियों के संतुलन के लिए पृथ्वी के दक्षिणतम सिरे पर एक विशाल महाद्वीप अस्तित्व में है, जिसे वो टेरा ऑस्ट्रेलिस कह कर पुकारते थे। टॉलेमी के अनुसार विश्व की सभी ज्ञात भूमियों की सममिति के लिए एक विशाल महाद्वीप का दक्षिण में अस्तित्व अवश्यंभावी था। 16 वीं शताब्दी के शुरुआती दौर में पृथ्वी के दक्षिण में एक विशाल महाद्वीप को दर्शाने वाले मानचित्र आम थे जैसे तुर्की का [[पीरी रीस नक्शा]]। यहां तक कि 17 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में, जब खोजकर्ता यह जान चुके थे कि [[दक्षिणी अमेरिका]] और [[ऑस्ट्रेलिया]] कथित 'अंटार्कटिका " का भाग नहीं है, फिर भी वो यह मानते थे कि यह दक्षिणी महाद्वीप उनके अनुमानों से कहीं विशाल था।
 
यूरोपीय नक्शों में इस काल्पनिक भूमि का दर्शाना लगातार तब तक जारी रहा जब तक कि, एचएमएस रिज़ोल्यूशन और एडवेंचर जैसे पोतों के कप्तान [[जेम्स कुक]] ने 17 जनवरी 1773, दिसम्बर 1773 और जनवरी 1774 में अंटार्कटिक वृत को पार नहीं किया। कुक को वास्तव में अंटार्कटिक तट से 121 किलोमीटर (75 मील) की दूरी से जमी हुई बर्फ के चलते वापस लौटना पड़ा था। अंटार्कटिका को सबसे पहले देखने वाले तीन पोतों के कर्मीदल थे जिनकी कप्तानी तीन अलग अलग व्यक्ति कर रहे थे। विभिन्न संगठनों जैसे कि के अनुसार [[नैशनल साइंस फाउंडेशन]],<ref>{{cite web | author=U.S. Antarctic Program External Panel of the [[National Science Foundation]] | title=Antarctica—Past and Present|url=http://www.nsf.gov/pubs/1997/antpanel/antpan05.pdf|accessdate=6 फ़रवरी 2006|format=PDF}}</ref> [[नासा]],<ref>{{cite web|url=http://quest.arc.nasa.gov/antarctica/background/NSF/palmer.html|title=Nathaniel Brown Palmer, 1799-1877|publisher=NASA, U.S. Government|author=Guy G. Guthridge|accessdate=2006-02-06}}</ref> [[कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय]], सैन डिएगो<ref>{{cite web|url=http://arcane.ucsd.edu/pstat.html|archiveurl=http://web.archive.org/web/20060210005949/http://arcane.ucsd.edu/pstat.html|archivedate=2006-02-10|title=Palmer Station|accessdate=2008-03-03}}</ref> (और अन्य स्रोत),<ref>{{cite web|url=http://www.south-pole.com/p0000052.htm|title=An Antarctic Time Line: 1519–1959|publisher=south-pole.com|accessdate=2006-02-12}}</ref><ref>{{cite web|url=http://ku-prism.org/polarscientist/timeline/antarcticexplorers1800.html|title=Antarctic Explorers Timeline: Early 1800s|accessdate=2006-02-12}}</ref> के अनुसार 1820 में अंटार्कटिका को सबसे पहले तीन पोतों ने देखा था, जिनकी कप्तानी तीन अलग अलग व्यक्ति कर रहे थे जो थे, [[फैबियन गॉटलिएब वॉन बेलिंगशौसेन]] (रूसी शाही नौसेना का एक कप्तान), [[एडवर्ड ब्रांसफील्ड]] (ब्रिटिश शाही नौसेना का एक कप्तान) और [[नैथानियल पामर]] (स्टोनिंगटन, कनेक्टिकट का एक सील शिकारी)। फैबियन गॉटलिएब वॉन बेलिंगशौसेन ने अंटार्कटिका को 27 जनवरी 1820 को, एडवर्ड ब्रांसफील्ड से तीन दिन बाद और नैथानियल पामर से दस महीने (नवम्बर 1820) पहले देखा था। 27 जनवरी 1820 को वॉन बेलिंगशौसेन और मिखाइल पेट्रोविच लाज़ारेव जो एक दो-पोत अभियान की कप्तानी कर रहे थे, अंटार्कटिका की मुख्य भूमि के अन्दर 32 किलोमीटर तक गये थे और उन्होने वहाँ बर्फीले मैदान देखे थे। प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार अंटार्कटिका की मुख्य भूमि पर पहली बार पश्चिम अंटार्कटिका में अमेरिकी सील शिकारी जॉन डेविस 7 फ़रवरी 1821 में आया था, हालांकि कुछ इतिहासकार इस दावे को सही नहीं मानते।