"लिंग": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो Reverted 1 edit by 2405:204:66A6:8781:BBD:69D2:36F7:6546 (talk) to last revision by हिंदुस्थान वासी. (TW) टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
टैग: Emoji मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 8:
आज हिन्दी में लिंग यानि लिंग शब्द का अर्थ [[नर]] [[शिश्न]] से लगाया जाता है लेकिन मूल संस्कृत में इसका अर्थ ''चिह्न'', ''प्रतीक'' अथवा ''लक्षण'' (यानि पहचान) के अर्थ में है। [[कणाद]] मुनि कृत [[वैशेषिक]] दर्शन ग्रंथ में यह शब्द कई बार आता है।
== लिंग
[[जनन]] का इतिहास देखा जाए तो ज्ञात होगा कि संसार के आदि जीवों की उत्पत्ति अलैंगिक (asexual) ढंग से हुई; जैसे [[प्रोटोज़ोआ]] (Protozoa) तथा प्रोटोफ़ाइटा (Protophyta) के अनेक रूपों में नर तथा मादा द्वारा मिलकर सृष्टि नहीं हुई। इन जीवों की उत्पत्ति शरीर विखंडन (fission), मुकुलन (budding) तथा बीजाणु निर्माण (spore formation) द्वारा हुई।
विकास के दूसरे चरण में नर तथा मादा के अत्यंत सूक्ष्म लक्षण प्रकट होने लगे। प्रोटोज़ोआ श्रेणी के कुछ अन्य जीव संयुग्मन (conjugation) द्वारा संतानोत्पादन करने लगे। इसमें एक ही प्रकार के दो जीव आपस में मिलकर एकाकार होने पर फिर विभाजित होकर अनेक संख्या में उत्पन्न होने लगे, जैसे [[वॉल्वॉक्स]] (Volvox) के निवहों (colonies) में देखा जाता है।
|