"उपन्यास": अवतरणों में अंतर
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उपन्यास के समानांतर इधर उपन्यासिका नामक नवीन गद्य विधा का सूत्रपात हुआ है जिसे लघु उपन्यास भी कहा जाता है। उपन्यासिका अपनी संघटना की दृष्टि से उपन्यास के निकट होने पर भी कलवेर तथा आकार के चलते कहानी के अधिक निकट होती है। इसमें न तो कहनी जैसी एकसूत्रता, सघन बुनावट और प्रभावान्विति होती है और न ही उपन्यास जैसा फैलाव तथा निरूपण वैविध्य। देखा जाए तो उपन्यासिका उपन्यास और कहानी के बीच की विधा है।
== हिंदी साहित्य में उपन्यास ==
हिंदी साहित्य में उपन्यास शब्द के प्रथम प्रयोग के संदर्भ में गोपाल राय लिखते हैं कि- "हिन्दी में '''नॉवेल'''के अर्थ में '''उपन्यास''' पद का प्रथम प्रयोग 1875 ई. में हुआ।"<ref>{{cite book |last1=गोपाल |first1=राय |title=हिन्दी उपन्यास का इतिहास |date=2014 |publisher=राजकमल प्रकाशन |location=नई दिल्ली |isbn=978-81-267-1728-6 |page=23}}</ref>
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