"श्री गायत्री देवी": अवतरणों में अंतर
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गायत्री देवी की साधना के हेतु [[गायत्री मंत्र]] का जप-अनुष्ठानादी किया जाता है। गायत्री मंत्र इस प्रकार है
::'''ॐ
::'''तत्सवितुर्वरेण्यम्।'''
::'''भर्गो देवस्य धीमही।'''
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