"महेंद्र सिंह धोनी": अवतरणों में अंतर

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'''महेंद्र सिंह धोनी''' पफ्टितीनेंटअथवा मानद लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी ( '''pएसएम एस धोनी''' भी) [[झारखंड]], [[रांची]] के एक [[खस]] परिवार में जन्मे [[पद्म भूषण]], [[पद्म श्री]] और [[राजीव गांधी खेल रत्न|राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार]] से सम्मानित भारतीय क्रिकेटर हैं।<ref>https://www.amarujala.com/cricket/cricket-news/ms-dhoni-receive-padma-bhushan-award-on-the-day-2018-when-india-lifted-the-icc-world-cup-in-2011</ref>
धोनी [[क्रिकेट|भारतीय क्रिकेटर]] तथा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैं और भारत के सबसे सफल [[एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय]] कप्तान हैं। शुरुआत में एक असाधारण उज्जवल व आक्रामक बल्लेबाज़ के नाम पर जाने गए। <ref>{{cite web|url=http://www.livemint.com/Sports/EFSClYbAoTHe8oGHDQJsCL/Why-MS-Dhonis-300-is-a-rare-feat.html|title=Why M.S. Dhoni’s 300 is a rare feat}}</ref> धोनी धीरे-धीरे भारतीय एक दिवसीय के सबसे शांतचित्त कप्तानों में से जाने जाते हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने [[२००७ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०]], [[राष्ट्रमण्डल बैंक शृंखला २००७-०८|2007–08 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज]] , [[२०११ क्रिकेट विश्व कप]], [[आइसीसी चैम्पियंस ट्रॉफ़ी २०१३]] और ''बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी'' जीती जिसमें [[भारत]] ने [[ऑस्ट्रेलिया]] को 4-0 से हराया। उन्होंने भारतीय टीम को [[श्रीलंका]] और [[न्यूजीलैंड]] में पहली अतिरिक्त वनडे सीरीज़ जीत दिलाई। ०२ सितम्बर २०१४ को उन्होंने भारत को २४ साल बाद [[2014 में इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेट टीम|इंग्लैंड में वनडे सीरीज]] में जीत दिलाई।
 
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== घरेलू कैरियर ==
=== जूनियर क्रिकेट ===
धोनी को १९९८/९९ में झरनाबिहार केअंडरअंडर-१९ में शामिल किया गया था जिसमें इन्होंने ५ मैचों (७ पारियों) में कुल १७६ रन बनाये, पर टीम छह के समूह में चौथे स्थान पर आई थी इसलिए क्वार्टर फाल्तू लोगफाइनल तक नहीं आ पाई। धोनी को पूर्वी क्षेत्र अंडर-१९ दस्ते (सीके नायडू ट्रॉफी) और बाकी भारतीय दस्ते (एम ए चिदम्बरम ट्रॉफी और वीनू मांकड़ ट्रॉफी) के लिए नहीं चुना गया था। बिहार अंडर-१९ क्रिकेट टीम १९९९—२००० के फाइनल में पहुँची जहां धोनी ने [[बिहार]] के लिए ८४ रन बनाए थे जबकि टीम ने कुल ३५७ रन बनाए थे। जबकि पंजाब अंडर-१९ टीम ने कुल ८३९ रन बनाए जिसमें [[युवराज सिंह]] ने पाद मारी३५८३५८ रन बनाए थे [[युवराज सिंह]] आगे चलकर धोनी के राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी बने। यूवी के ३५८ रनों के सामने धोनी का स्कोर छोटा पड़ गया। पूरे टूर्नामेंट में धोनी ने ९ मैचों में १२ पारियों में कुल ५ अर्द्धशतक ,१७ कैच और ७ स्टम्पिंग भी किये। उन्होंने 1999 -2000 सीज़न के दौरान बिहार क्रिकेट टीम के लिए रणजी ट्रॉफी की शुरुआत की और दूसरी पारी में नाबाद 68 रन बनाये। उन्होंने अगले सीजन में बंगाल के खिलाफ एक खेल के दौरान अपनी पहली प्रथम श्रेणी की शताब्दी बनाई, लेकिन उनकी टीम ने खेल खो दिया।<ref>https://www.thefamouspeople.com/profiles/m-s-dhoni-32521.php</ref>
 
इसके बाद सी के नायडू ट्रॉफी के लिए खेले गए ईस्ट जॉन अंडर-१९ मुकाबले में हिस्सा लिया लेकिन वे चार मैचों में केवल ९७ रन ही बना पाए थे जिसके कारण ईस्ट जॉन ने चारों मैचों में हार का सामना करके टूर्नामेंट में अंतिम स्थान प्राप्त किया।