91,665
सम्पादन
अनुनाद सिंह (चर्चा | योगदान) |
अनुनाद सिंह (चर्चा | योगदान) |
||
{{मुख्य|हिन्दी व्याकरण}}
अन्य सभी भारतीय भाषाओं की तरह हिन्दी में भी कर्ता-कर्म-क्रिया वाला वाक्यविन्यास है। हिन्दी मे दो लिंग होते हैं - पुल्लिंग और स्त्रीलिंग। नपुंसक वस्तुओं का लिंग भाषा-परम्परा के अनुसार पुलिंग या स्त्रीलिंग होता है। क्रिया का रूप, कर्ता के लिंग पर भी निर्भर करता है। हिन्दी में दो वचन होते हैं— एकवचन और बहुवचन। क्रिया, वचन से भी प्रभावित होती है। विशेषण, विशेष्य के पहले लगता है। ने, को, से, के लिए, का, की, के, में, पर, आदि कारक चिह्न प्रयोग किए जाते हैं।
==हिन्दी भाषा के विविध रूप==
* बोलचाल की भाषा
* मानक भाषा
* सम्पर्क भाषा
* राजभाषा
* राष्ट्रभाषा
== हिन्दी और कम्प्यूटर ==
|