"बरौनी थर्मल पावर स्टेशन": अवतरणों में अंतर

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सन 1985 में, 15MW के तीनो इकायों को स्पेयर्स की अनुपलब्धता और उच्च उत्पादन मूल्य के कारण लुप्तप्राय(Obsolete) घोषित किया गया तथा साथ ही 50 MW के दो इकाइयों 4 और 5को प्रदुषण नियंत्रण विभाग ने क्रमशः 1996 और 1995 में बंद करा दिया। 1996 के बाद इस प्रतिष्ठान का अवनति शुरू हो गयी। अब इस प्रतिष्ठान की कुल क्षमता 365MW से घटकर 220 MW हो गयी थी जिसे भेल द्वारा पुनर्मूल्यांकन कर 210MW कर दिया गया। सन 2000 के बाद से इस प्लांट की स्थिति और ख़राब होती गयी। बहुत ही पुराना इकाई होने के वजह से इसकी क्षमता दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती चली गयी। भारत सरकार के राष्ट्रिय सम विकाश योजना के तहत सन 2007 में पुनःस्थापना का कार्य किया गया। जिससे इकाई सं 6 से विद्युत् उत्पादन शुरू हुआ। सन 2012 में इसे भी बंद कर दिया गया।
 
सन 2011 में इस प्रतिष्ठान के विस्तारीकरण परियोजना का कार्य एशयार्ड की 240 एकड़ भूमि पर शुरू हुआ और नए एशयार्ड के लिए 500 एकड़ भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। विस्तारीकरण परियोजना के तहत भेल निर्मित दो इकाई सं. 8 & 9 (2 X250MW)केनिर्माण का कार्य जारी है तथा साथ ही साथ इकाई सं. 6 & 7 (2X 110 MW) के पुनरुद्धार और आधुनिकरण का कार्य भी जारी है जिसे 2015 तककर लिया जायेगा.
 
==आवासीय परिसर==