"शहीद स्मारक, पटना": अवतरणों में अंतर

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'''शहीद स्मारक''', सात युवा पुरुषों की एक जीवन-आकार की मूर्ति है जो [[भारत छोड़ो आन्दोलन]] (अगस्त 19431942) में अपनी ज़िंदगी का बलिदान दिया था,<ref>{{cite web|url=https://www.jagran.com/bihar/saran-martyre-rajendra-singh-paid-homage-18717020.html|title=जयन्ती पर श्रद्धा से याद किए गए शहीद राजेन्द्र सिंह}}</ref> (अब) सचिवालय भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।<ref>{{cite web|url=http://www.jagran.com/bihar/patna-city-74-years-ago-these-seven-sons-of-bihar-martyred-in-patna-14488656.html|title=74 साल पहले आज के ही दिन शहीद हुए थे बिहार के ये सात सपूत}}</ref> 15 अगस्त 1947 को [[बिहार]] के गवर्नर श्री जयराम दास दौलतराम ने शहीद स्मारक की आधारशिला रखी। मूर्तिकार [[देवप्रसाद रायचौधरी]] ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ सात विद्यार्थियों की कांस्य प्रतिमा का निर्माण किया। इन मूर्तियों को [[इटली]] में डाली गई और बाद में यहां रखा गया।
 
सात शहीद का स्मारक [[पटना]] में सचिवालय भवन के बाहर स्थित है।