"श्रीमद्भगवद्गीता": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
सूक्ष्म परिवर्तन / बाह्यसूत्र |
||
पंक्ति 122:
श्रीमद्भगवद्गीता वर्तमान में धर्म से ज्यादा जीवन के प्रति अपने दार्शनिक दृष्टिकोण को लेकर भारत में ही नहीं विदेशों में भी लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रही है। निष्काम कर्म का गीता का संदेश प्रबंधन गुरुओं को भी लुभा रहा है। विश्व के सभी धर्मों की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में शामिल है। [[गीता प्रेस]] गोरखपुर जैसी धार्मिक साहित्य की पुस्तकों को काफी कम मूल्य पर उपलब्ध कराने वाले प्रकाशन ने भी कई आकार में अर्थ और भाष्य के साथ श्रीमद्भगवद्गीता के प्रकाशन द्वारा इसे आम जनता तक पहुंचाने में काफी योगदान दिया है।
श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप ([[:en:A._C._Bhaktivedanta_Swami_Prabhupada|ऐ. सी. भक्तिवेदांता स्वामी प्रभुपाद]] द्वारा लिखित) 80 से अधिक भाषाओं में अनुवादित और दुनिया भर में उपलब्ध है।
== भगवद्गीता सन्देश सार ==
Line 155 ⟶ 157:
*[https://spiritualworld.co.in/religious-songs-and-vrat-kathayen/hindu-aarti-collection/shri-geeta-gita-ji-ki-aarti-in-hindi-and-english श्री गीता जी की आरती]
*[https://bhagavadgita.io श्रीमद्भगवद्गीता] - श्रीमद् भगवद्गीता संस्कृत, हिंदी एवं इंग्लिश में अनुवाद, लिप्यंतरण एवं अर्थ सहित पढ़ें।
*[http://srimadbhagavadgita.in/ श्रीमद्भगवद्गीता] - श्रीमद् भगवद्गीता '''हिंदी''' में पढ़ें।
{{wikisource|Geeta}}
{{हिन्दू धर्म}}
|