"ताइफ़": अवतरणों में अंतर
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== इतिहास ==
ताइफ़ क्षेत्र में ६वीं सदी ईसवी में [[बनू थ़कीफ़]] (<small>Banu Thakif</small>, [[थ़|बिंदु वाले 'थ़' के उच्चारण]] पर ध्यान दें) क़बीले का ज़ोर था जो 'हवाज़िन' नामक [[बदू लोग|बदू क़बीले]] की उपशाखा थी। शहर के बीच में एक धार्मिक स्थल था जहाँ [[इस्लाम]]-पूर्व के मूल अरबी धर्म की '[[अल्लात देवी]]' (<small>{{Nastaliq|ur|اللات}}</small>) पूजी जाती थी, जिसे 'ताइफ़ की देवी' भी कहा जाता था। इस कारण से ताइफ़ एक तीर्थस्थल भी था। सन् ६३० में [[पैग़म्बर मुहम्मद]]
मध्यकाल में १५१७ में मक्का के शरीफ़ का यहाँ शासन था लेकिन उसने [[उस्मानी साम्राज्य]] के सुल्तान सलीम प्रथम को आत्म-समर्पण कर दिया। पूरे [[हिजाज़]] क्षेत्र में [[मक्का (शहर)|मक्का]] और [[मदीना]] के शहरों के साथ-साथ ताइफ़ भी उस्मानी साम्राज्य में आ गया। लगभग तीन शताब्दियों तक यह उस्मानियों के पास रहा। १८०२ में यहाँ अरब विद्रोह हुआ जिसके लड़ाके सउद परिवार के समर्थक थे। सउदियों ने ताइफ़ पर क़ब्ज़ा कर लिया लेकिन उस्मानी अपने आप पर मक्का-मदीना के रक्षक होने का गर्व करते थे और उन्होंने मिस्र में अपने अधीन राज्यपाल मुहम्मद अली से मदद लेकर १८१३ में ताइफ़ पर फिर से नियंत्रण ले लिया। उन्होंने शहर की काफ़ी मरम्मत करवाई और नया किला और सैनिक छावनी भी बनाई।
१९१६ में [[हिजाज़]] के हाशमी परिवारों ने, जिनमें मक्का का शरीफ़ हुसैन इब्न अली का पुत्र अब्दुल्लाह सैनिक नेता था, उस्मानियों के ख़िलाफ़ विद्रोह किया। उन्होंने ताइफ़ २२ सितम्बर को जीत लिया और 'हिजाज़ राजशाही' घोषित कर दी। फ़ौरन ही पड़ोस के [[नज्द]] क्षेत्र के सउद परिवार के साथ उनके तनाव चढ़ने लगे और हाश्मी-सउदी झड़प हुई। १९१९ में उनमें आपसी समझौते से लड़ाई बंद हुई लेकिन १९२४ में तैयारी कर के सउदियों ने अपने समर्थक 'इख़्वान' नामक लड़कों के झुंडों से ताइफ़ पर हमला करवाया। हिजाज़ के राजा के पुत्र पर ताइफ़ की रक्षा का ज़िम्मा था लेकिन इख़्वानियों को आते देख वह डर से भाग खड़ा हुआ और उसके ३०० से अधिक सैनिक मारे गए। १९२६ में अब्दुल अज़ीज़ अल-सउद पूरे हिजाज़ का भी शासक घोषित हुआ। १९३२ में 'सउदी अरब राजशाही' घोषित हुई और ताइफ़ उसका भाग था। राजा का देहांत ९ नवम्बर १९५३ में ताइफ़ में ही हुआ। १९४० के दशक के बाद सउदी अरब ने इस शहर का बहुत आधुनिकरण किया और राजमार्ग के ज़रिये जाज़ान ([[जाज़ान प्रान्त]]) और अबहा ([[असीर प्रान्त]]) के शहरों से भी जोड़ा।<ref name="ref81pepaj">[http://books.google.com/books?id=HC29AAAAIAAJ The house of Saud: the rise and rule of the most powerful dynasty in the Arab world], David Holden, Richard Johns, Holt, Rinehart, and Winston, 1982, ISBN 978-0-03-043731-1</ref>
== मौसम ==
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