"मुद्रास्फीति": अवतरणों में अंतर

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<ref>{{Cite journal|last=कारखाना|first=|date=|title=|url=|journal=|volume=|pages=|via=}}</ref>'''कारखाना'''{{अर्थशास्त्र साइडबार}}
'''मुद्रास्फीति''' ([[:en:inflation]]) अर्थ यह होता है कि जब किसी अर्थव्यवस्था में सामान्य कीमत स्तर लगातार बढ़े और मुद्रा का मूल्य कम हो जाए। यह गणितीय आकलन पर आधारित एक अर्थशास्त्रीय अवधारणा है जिससे बाजार में मुद्रा का प्रसार व वस्तुओ की कीमतों में वृद्धि या कमी की गणना की जाती है। उदाहरण के लिएः १९९० में एक सौ रुपए में जितना सामान आता था, अगर २००० में उसे खरीदने के लिए दो सौ रुपए व्यय करने पड़े है तो माना जाएगा कि मुद्रा स्फीति शत-प्रतिशत बढ़ गई।