"शिलाजीत": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sittypitty (वार्ता | योगदान) छोNo edit summary टैग: coi-spam यथादृश्य संपादिका |
Sittypitty (वार्ता | योगदान) छोNo edit summary |
||
पंक्ति 32:
शुद्ध शिलाजीत निरंतर सेवन करने से शरीर पुष्ट तथा स्वास्थ्य बढ़िया रहता है। आयुर्वेद में ऐसे कई योग हैं, जिनमें शुद्ध शिलाजीत होती है जैसे सूर्यतापी शुद्ध शिलाजीत बलपुष्टिदायक है, शिलाजत्वादि वटी अम्बरयुक्त मधुमेह और शुक्रमेह नाशक है, शिलाजतु वटी आयुवर्द्धक है, वीर्यशोधन वटी स्वप्नदोष और धातु क्षीणता नाशक है, चंद्रप्रभावटी विशेष नं. 1 मूत्र विकार और स्वप्नदोष नाशक है, प्रमेहगज केसरी मधुमेह नाशक है, आरोग्य वर्द्धिनी वटी विशेष नं. 1 उदर विकार नाशक है और ब्राह्मी वटी मस्तिष्क को बल देने वाली और स्मरण शक्तिवर्द्धक है। शिलाजीतयुक्त से सभी औषधियां बनी बनाई औषधि विक्रेता की दुकान पर इन्हीं नामों से मिलती है।
शिलाजीत वैसे तो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है लेकिन कुछ खास मामलों में इसे लेना वर्जित माना गया है | जिन बच्चों की उम्र 12 साल से कम हो और गर्भवती महिलाओं को शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए| जिन लोगो को ह्रदय से सबंधित बीमारियां या हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है उन्हें भी शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए | इसके अलावा थैलीसीमिया, एसिडिटी, हाई ब्लड प्रेशर और एनीमिया के रोगियों को भी शिलाजीत का सेवन करने से बचना चाहिए |
|