"पवन": अवतरणों में अंतर
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इस प्रकार की पवने ग्रीष्म, शीत, वर्षा ऋतु जैसी विशेष ऋतु में उत्पन्न होती हैं। मौसम बदलने पर इस प्रकार की पवने समाप्त हो जाती हैं। इनका क्षेत्र सीमित होता है।दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण मौसमी पवनों का जन्म होता है। दैनिक पवने एक प्रकार की मौसम पवन ही हैं। इनकी उत्पत्ति भी दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण होती है।दैनिक पवने दो प्रकार की होती हैं- समुद्री एवं स्थलीय समीर और घाटी एवं पर्वतीय समीर। समुद्री एवं स्थलीय समीर समुद्र तटीय क्षेत्रों में दिन और रात में प्रवाहित होती हैं, जबकि घाटी और पर्वतीय समीर पर्वतीय क्षेत्रों में पहाड़ों के ऊपरी भाग में बहती है।
===स्थानीय पवन===
स्थानीय पवन की उत्पत्ति एक स्थानीय स्तर पर तापमान और वायुदाब में परिवर्तन होने के कारण होती है। यह वायुमंडल की विशिष्ट परिसंचरण प्रणाली है। चिनूक, फोन, सिराको, ब्लीजार्ड, बोरा, मिस्ट्रेल कुछ प्रमुख स्थानीय पवने हैं, जो परिसंचरण प्रणाली के रूप में उत्पन्न होती हैं।
== पवन के कारण और इनकी विभिन्नता ==
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