"जल": अवतरणों में अंतर
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* हाइड्रोजन की एक ऑक्साइड के रूप में, जब हाइड्रोजन या हाइड्रोजन-यौगिकों जलते हैं या ऑक्सीजन या ऑक्सीजन-यौगिकों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं तब जल का सृजन होता है। जल एक ईंधन नहीं है। यह हाइड्रोजन के दहन का अंतिम उत्पाद है। जल को विद्युतपघटन द्वारा वापस हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजन करने के लिए आवश्यक [[ऊर्जा]], हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को पुनर्संयोजन से उत्सर्जित ऊर्जा से अधिक होती है।
* वह तत्व जो हाइड्रोजन से अधिक वैद्युतधनात्मक (electropositive) होते हैं जैसे [[लिथियम]], [[सोडियम]], [[कैल्शियम]], [[पोटेशियम]] और [[सीजयम]], वो जल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर हाइड्रोक्साइड (जलीयऑक्साइड) बनाते हैं। एक [[ज्वलनशील]] गैस होने के नाते, हाइड्रोजन का उत्सर्जन खतरनाक होता है और जल की इन वैद्युतधनात्मक तत्वों के साथ प्रतिक्रिया बहुत विस्फोटक होती है।
== जल संसाधन ==
{{मुख्य|जल संसाधन}}
और इसे भी देखें [[भारत के जल संसाधन]]
जल का उपयोग जब मानव करता है तो यह उसके लिये [[संसाधन]] हो जाता है। दैनिक कार्यों से लेकर [[कृषि]] में और विविध उद्द्योगों में जल का उपयोग होता है। जल मानव जीवन के लिये इतना महत्वपूर्ण संसाधन है कि यह मुहावरा ही प्रचलित है कि ''जल ही जीवन है''।
= जीवन पर प्रभाव =
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