"भूकम्प": अवतरणों में अंतर
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पृथ्वी की सतह के कम्पन को ही भूकंप कहते हैं, जो पृथ्वी के आंतरिक भाग में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों के कारण होता है।
▲'''भूकम्प''' या '''भूचाल''' पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में [[ऊर्जा]] के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली [[भूकम्पीय तरंगों]] की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है।
भूकंप का मापन [[भूकम्पमापी]] यंत्रों (सीस्मोमीटर) के साथ किया जाता है, जो सीस्मोग्राफ भी कहलाता है। एक भूकंप का [[आघूर्ण परिमाण मापक्रम]] पारंपरिक रूप से नापा जाता है, या सम्बंधित और अप्रचलित [[रिक्टर परिमाण का पैमाना|रिक्टर]] परिमाण लिया जाता है। ३ या उस से कम रिक्टर परिमाण की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है, जबकि ७ रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित [[मरकैली तीव्रता का पैमाना|मरकैली पैमाने पर]] किया जाता है।भुकमप विनाश मापी यन्न मकेली स्केल है।
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