"कराधान के सिद्धान्त": अवतरणों में अंतर

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[[कराधान]] के सिद्धान्तों को विभिन्न अर्थशास्त्रियों द्वारा प्रतिपादित किया गया है। इसकी निम्नलिखितजिनमे प्रकारदो सेप्रमुख व्याख्यानाम कीआता जाहै सकती हैः
1. एडम स्मिथ
2. जे एस मिल
एडम स्मिथ ने कराधान के सिद्धांत को चार भागों में विभक्त किए जो इस प्रकार है
1. समानता का सिद्धान्त
2. निश्चितता का सिद्धान्त
3. सुविधा का सिद्धान्त / सरलता का सिद्धान्त
4. मितव्ययता का सिद्धान्त
पुनः इसे जे एस मिल नी विभक्त किया
5. उत्पादकता का सिद्धान्त
6. लोचशीलता का सिद्धान्त / लोचता का सिद्धान्त / लोचिलापन का सिद्धान्त
7. विविधता का सिद्धान्त
इसकी निम्नलिखित प्रकार से व्याख्या की जा सकती हैः
 
1. '''समानता का सिद्धान्त''' : इस सिद्धान्त के अनुसार व्यक्ति की कर देने की क्षमता के अनुरूप ही उस पर कर लगाया जाना चाहिए। अमीर लोगों पर गरीबों से अधिक कर लगाया जाना चाहिए। अर्थात् अधिक आय वाले वर्ग पर अधिक कर और कम आय वाले वर्ग पर कम कर।