"तुंगुस्का घटना": अवतरणों में अंतर

छो →‎top: clean up, replaced: कारन → कारण AWB के साथ
No edit summary
पंक्ति 2:
{{हिन्दी नहीं|1=अंग्रेज़ी|date=जून 2015}}
{{ज्ञानसन्दूक
| above = Tunguskaतुंगुस्का eventघटना
| image = [[Image:Russia-CIA WFB Map--Tunguska.png|400px]]
| caption = Location of the event in [[Siberia]] (modern map)
| header1 =
| label1 = Eventघटना
| data1 = Explosionवनक्षेत्र inमें forest areaविस्फोट (10–15 Mtonsमेगाटन TNTटीएनटी)
| header2 =
| label2 = Timeसमय
| data2 = 30 Juneजून 1908
| header3 =
| label3 = Placeस्थान
| data3 = [[Podkamennaya Tunguska River]] in [[Siberia]], [[Russian Empire]]
| header4 =
| label4 = Effectsपरिणाम
| data4 = Flattening {{convert|2000|sqkm|abbr=on}} of forest; seen by glowing sunsets
| header5 =
पंक्ति 21:
| data5 =
| header6 =
| label6 = Damageहानि
| data6 = Mostly material damages to trees
| header7 =
| label7 = Causeकारण
| data7 = Probable [[air burst]] of small [[asteroid]] or [[comet]]
| header8 =
पंक्ति 39:
| data11 =
}}
"तुंगस्का″तुंगुस्का घटना"घटना″ एक बहुत बड़े विस्फोट की घटना है जिसे किसी [[धूमकेतु]] या [[उल्का]] की वजह से होना माना जाता है। यह घटना [[रूस]] स्थित [[साइबेरिया]] poddkamenna (तुंगुस्का नदी) के किनारे जिसे आज-कलआजकल Krasnoyarsk Krai से जाना जाता है में ७:१४ KRAT (००. ४ UT ) पर ३० जून १९०८ को हुई। यह विस्फोट जमीन से ५-१० क़ि.मी. (३-६ मील ) की उचाईऊँचाई पे हुआ था जिसे किसी उल्कापिंड के जमीन पे टकराने के बजाय हवा में ही फट जाने के कारण हुआ माना जाता है। अलग-अलग वैज्ञानिक शोध बताते है की इस पिंड का आकर ६० मीटर (२०० फ़ीट ) से १९० मीटर (६२० फ़ीट) के बीच है। यह पृथ्वी के ज्ञात इतिहास में अब तक की सब से बड़ी उल्कापिंडिय घटना है।
 
इस धमाके की ताकत अनुमानत: ३ से लेकर ३० मेगाटन TNT के बीच बताई जाती है। लेकिन मुख्यत: यह विस्फोट १० से १५ मेगाटन TNT के बराबर रहा होगा जो जापान के [[हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बमबारी| हिरोशिमा और नागासाकी में डाले गए परमाणु बमोबमों]] से १००० गुना (तक़रीबन अमेरिकी "कैसल ब्रावो" बम १९५४ के बराबर तथा रूसी "जार बॉम्बा " जो की मानव द्वारा आज तक किया सबसे बड़ा परमाणु विस्फोट है के २/५ वे भाग के बराबर था )
 
यह भी अनुमान लगाया गया है की तुंगस्का विस्फोट से २.१५० वर्ग किलोमीटर (८३० वर्गमील ) में स्तिथ ८ करोड़ पेड़ोपेड़ों का सफाया हो गया था और झटके की लहर (Shock Wave ) तक़रीबनलगभग ५. रियेक्टररिक्टर तीव्रता के भूकम्प के बराबर थी। इस तरह का विस्फोट किसी महानगर का आसानी से विनाश कर सकता है लेकिलेकिन तुंगुस्का मामले में इस जगह के सुदूर साइबेरिया में होने के कारण किसी के भी मरने की खबर लेखो में नहीं है।
इस घटना के बाद से उल्कापिंडों को मानव समुदाय ने गंभीरता से लेना सुरुशुरु कर दिया तथा इनके द्वारा होने वाले व्यापक विनाश से वैज्ञानिक लोग अवगत हुए।
 
==विवरण==
पंक्ति 56:
[[श्रेणी:प्राकृतिक आपदाएँ]]
[[श्रेणी:उल्कापात]]
[[श्रेणी:भौतिकी की अनसुलझी समस्याएँ]]