"रक्षाबन्धन": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छोNo edit summary |
|||
पंक्ति 17:
|type =<!--DO NOT CHANGE! THIS CONTROLS COLOUR-->hindu<!--DO NOT CHANGE! THIS CONTROLS COLOUR-->
}}
'''रक्षाबन्धन''' एक [[हिन्दू]] व [[जैन त्योहार]] है जो प्रतिवर्ष [[श्रावण|श्रावण मास]] की [[पूर्णिमा]] के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।<ref>{{cite web |url= http://www.nyu.edu/gsas/dept/mideast/hindi/fes_rakhi.html|title= राखी|access-date=[[13 अगस्त]] [[2007]]|format= एचटीएमएल|publisher=न्यूयॉर्कयूनिवर्सिटी.इडीयू|language=}}</ref> रक्षाबन्धन में [[राखी]] या [[रक्षासूत्र]] का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने,चाँदी या
अब तो प्रकृति संरक्षण हेतु वृक्षों को राखी बाँधने की परम्परा भी प्रारम्भ हो गयी है।<ref>{{cite web |url= http://www.nriinternet.com/Events/RAKHI/index.htm|title= अ ग्लोबल एनवायर्नमेंटल राखी|access-date=[[24 जुलाई]] [[2007]]|format= एचटीएम|publisher=एनआरआईइंटरनेट.कॉम| language = en}}</ref> हिन्दुस्तान में [[राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ]] के पुरुष सदस्य परस्पर भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बाँधते हैं।<ref>{{cite web |url= http://www.kamat.com/kalranga/festive/rakhi.htm|title= राखी फ़ेस्टिवल|access-date=[[24 जुलाई]] [[2007]]|format= एचटीएमएल|publisher=कामत.कॉम| language = en}}</ref> हिन्दू धर्म के सभी धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बाँधते समय कर्मकाण्डी पण्डित या [[आचार्य]] संस्कृत में एक [[श्लोक]] का उच्चारण करते हैं, जिसमें रक्षाबन्धन का सम्बन्ध राजा [[बलि]] से स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है। [[भविष्यपुराण]] के अनुसार [[इन्द्राणी]] द्वारा निर्मित रक्षासूत्र को देवगुरु [[बृहस्पति]] ने [[इन्द्र]] के हाथों बांधते हुए निम्नलिखित [[स्वस्ति]]वाचन किया (यह श्लोक रक्षाबन्धन का अभीष्ट मन्त्र है)-
पंक्ति 131:
</gallery>
== सन्दर्भ ==
*[http://www.rakshabandhan2019.online/ रक्षाबंधन]
*[https://www.thetrendybharat.ooo/2019/07/rakshabandhan-in-jainism.html जैनों में रक्षाबंधन का महत्व]
|