"गंगाधर नेहरू": अवतरणों में अंतर
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नन्दलाल नेहरू की गणना कानपुर के अच्छे वकीलों में की जाती थी इसलिए मोतीलाल नेहरू ने अपनी वकालत उनके सहायक के रूप में कानपुर में ही आरम्भ की।<ref name="नेहरू"></ref> मोतीलाल बाद में प्रसिद्ध वकील बने। उनके पुत्र और गंगाधर के पौत्र [[जवाहरलाल नेहरू|जवाहर लाल]] भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री बने।
मुगल शासन में गंगाधर नेहरू दिल्ली में कोतवाल के पद पर नियुक्त थे(जैसे आज जिला स्तर पर पुलिस का कोई अधिकारी होता है) उन्हें कई बार गयासुद्दीन गाज़ी नाम से जोड़कर देखा जाता है, इसके पीछे तर्क यह है कि मुगल काल में किसी भी पद प्राप्त व्यक्ति को बादशाह अथवा उसके शासन की ओर से उपाधि/पदवी दी जाती थी और इतिहासकारों की यह राय है कि उन्हें 'गयासुद्दीन गाज़ी' की उपाधि दी गई थी, इसका उनके पारिवारिक पृष्भूमि और धर्म से कोई लेना देना नही।
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