"शिव": अवतरणों में अंतर

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== पूजन ==
शिवरात्रि की पूजा रात्रि के चारों प्रहर में करनी चाहिए। शिव को बिल्वपत्र, धतूरे के पुष्प,चंन्दन प्रसाद में भां गका अतिस्नान प्रिय हैं। एवम् इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, शकर, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है।पूजन में इनका उपयोग करें। एवम् पञ्चामृत से स्नान करायें इसके बाद इत्र चढ़ा कर जनेऊ पहनायें।अन्त मे भांग का प्रसाद चढाएँ । शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंद्धित हैं। चंद्रमा उनके मस्तक पर विराजमान होकर अपनी कांति से अनंताकाश में जटाधारी महामृत्युंजय को प्रसन्न रखता है तो बुधादि ग्रह समभाव में सहायक बनते हैं। महामृत्युंजय मंत्र शिव आराधना का महामंत्र है।
 
 
"https://hi.wikipedia.org/wiki/शिव" से प्राप्त