No edit summary
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 2:
{{Infobox scholar
| name = यास्क
| birth_date = महाभारत काल के पूर्व. शान्तिपर्व अध्याय ३४२ का सन्दर्भ
| birth_date = छठी से पाँचवी ईसापूर्व के मध्य
| era = [[वैदिक काल]] के अंतिम वर्षों में
| region = [[भारतीय उपमहाद्वीप]]
पंक्ति 10:
}}
 
'''यास्क''' वैदिक संज्ञाओं के एक प्रसिद्ध [[व्युत्पत्तिशास्त्र|व्युत्पतिकार]] एवं [[वैयाकरण]] थे। इनका समय 5महाभारत सेकाल 6के वींपूर्व सदीका ईसाथा.शान्तिपर्व पूर्वअध्याय ३४२ का सन्दर्भ इसमें प्रमाण था।है। इन्हें निरुक्तकार कहा गया है। [[निरुक्त]] को तीसरा [[वेदाङ्ग]] माना जाता है। यास्क ने पहले '[[निघण्टु]]' नामक वैदिक शब्दकोश को तैयार किया। निरुक्त उसी का विशेषण है। निघण्टु और निरुक्त की विषय समानता को देखते हुए [[सायणाचार्य]] ने अपने 'ऋग्वेद भाष्य' में निघण्टु को ही निरुक्त माना है। 'व्याकरण शास्त्र' में निरुक्त का बहुत महत्व है।
 
==योगदान==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/यास्क" से प्राप्त