"औरंगाबाद, महाराष्ट्र": अवतरणों में अंतर
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== निकटवर्ती आकर्षण ==
=== दौलताबाद / देवगिरि ===
दौलताबाद नाम से जाने वाले इस किले का असली नाम देवगिरि है इसे देवगिरि के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर हमेशा शक्ितशाली बादशाहों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित हुआ है। वास्तव में दौलताबाद की सामरिक स्थिति बहुत ही महत्वपूर्ण थी। यह उत्तर और दक्षिण्ा भारत के मध्य में पड़ता था। यहां से पूरे भारत पर शासन किया जा सकता था। इसी कारणवश बादशाह मुहम्मद बिन तुगलक ने इसे अपनी राजधानी बनाया था। उसने दिल्ली की समस्त जनता को दौलताबाद चलने का आदेश दिया था। लेकिन वहां की खराब स्थिति तथा आम लोगों की तकलीफों के कारण उसे कुछ वर्षों बाद राजधानी पुन: दिल्ली लाना पड़ा। दौलताबाद में बहुत सी ऐतिहासिक इमारतें हैं जिन्हें जरुर देखना चाहिए। इन इमारतों में जामा मस्जिद, चांद मीनार तथा चीनी महल शामिल है। औरंगाबाद से
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए 5 रु. तथा विदेशियों के लिए 5 डालर।
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