"पर्वत": अवतरणों में अंतर
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# अवशिष्ट पर्वत
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ये तब बनते हैं जब पृथ्वी की टेक्टॉनिक चट्टानें एक दूसरे से टकराती या सिकुड़ती हैं, जिससे पृथ्वी की सतह में मोद के कारन् उभार आ जाता है। दुनिया के लगभग सभी बड़े और ऊँचे पर्वत युवा मोड़दार पर्वत हैं। [[हिमालय]], यूरोपीय [[आल्प्स]], उत्तरी अमरीकी [[रॉकी]], दक्षिणी अमरीकी [[एण्डीज]], वगैरह सभी युवा अर्थात नये पर्वत हैं। ये दुनिय के सब्से नये पर्वत तथा सब से उच्छे पर्वत है।कुछ पर्वत पुराने होते है जिनको बने हुए बहुत समय हो चुका है। ये पर्वत अब नही बनते अर्थात अब ऊपर नही उठते बल्कि इनका अब धीरे धीरे अपरदन होना शुरू हो गया है जैसे आरावली पर्वतमाला।
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भ्रंशोत्थ पर्वत या ब्लॉक पर्वत का निर्माण पृथ्वी के उपरी सतहो मे भ्रन्शन के द्वारा भूभाग के उपर उठने अथवा बहुत बडे भाग के टूट कर ऊर्ध्वाधर रूप से विस्थापित होने से होता है ऊपर उठे खण्ड को उत्खण्ड(हार्स्ट) तथा नीचे धँसे खण्डों को द्रोणिका भ्रंश(ग्राबेन) कहा जाता है
जैसे युरोप की राइन घाटी तथा वॉसजेस पर्वत हार्ज।
यह अच्छा उदाहरण। है।
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ज्वालामुखी पर्वत का निर्माण पृथ्वी के अंदर से निकले लावा के उदगार के जमाव से होता है। जैसे:- वर्मा क माउंट पोपा, मौना लोवा, विसुविअस आदि।
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अवशिष्ट पर्वत का निर्मान वाह्य दुतो के मलवो के जमाव से होता है। जैसे बिहार का पारसनाथ।
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