यह वैशाली की नर्तकी एवं परम रूपवती काम कला प्रवीण वेश्या थी।
यह वैशाली की नर्तकी एवं परम रूपवती काम कला प्रवीण वेश्या थी। [[आम्रपाली (नृत्यांगना)|आम्रपाली]] के सौन्दर्य पर मोहित होकर बिम्बिसार ने लिच्छवि से जीतकर राजगृह में ले आया। उसके संयोग से जीवक नामक पुत्ररत्न. हुआ। बिम्बिसार ने जीवक को तक्षशिला में शिक्षा हेतु भेजा। यही जीवक एक प्रख्यात चिकित्सक एवं राजवैद्य बना।