"डीज़ल इंजन": अवतरणों में अंतर

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चार स्ट्रोक चक्र इंजन के निम्नलिखित कार्य हैं :
 
(1) '''अंतर्ग्रहण'(suction stroke)'' - प्रवेश वाला वाल्व खुलता है और अवरोही पिस्टन सिलिंडर में नई हवा खींचता है।
 
(2) '''संपीड़न'(compression stroke)'' - प्रवेशवालाप्रवेश वाला वाल्व बंद होता है और आरोही पिस्टन सिलिंडर में ही हवा को 500 पाउंड प्रति वर्ग इंच के दबाव से दबाता है।
 
(3) '''शक्ति'(power stroke)'' - संपीड़नसंपीडन के आघात के अंत में ईधंनईंधन का अंत:क्षेप होता है। यह तुरंत स्वत: प्रज्वलित हो जाता है और तब फैलता है। फैलने से शक्ति उत्पन्न होकर पिस्टन को फैंक देती है।
 
(4) '''निकास'(Exhaust Stroke)'' - अब निकास वाल्व खुल जाता है और आरोही पिस्टन जली हुई गैसों को सिलिंडर के बाहर निकाल देता है। यह चक्र बार-बार चलता है।