"अजीव": अवतरणों में अंतर

देखे पिछले एडिट की समरी
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 9:
#[[पुद्गल|पुद्गलास्तिकाय]]
#काल
 
 
=== अधर्म-आस्तिकाय ===
 
 
=== आकाश-आस्तिकाय ===
Line 19 ⟶ 21:
=== पुद्ग़ल-आस्तिकाय ===
पुद्ग़ल शब्द दो शब्दों के मेल से बना हैं: पुद् यानि की एकीकरण और गल यानि की विभाजन। जिसका निरंतर एकीकरण और विभाजन होता हैं उससे पुद्ग़ल कहते हैं। अंग्रेजी भाषा में इसे मैटर (matter) कहते हैं। जैन ग्रंथों में पुद्ग़ल की निम्नलिखित विशेषताएं बताई गयीं हैं<ref>"Sparsharasagandhavarnavantah pudgalah" - [[आचार्य उमास्वामी]], [[तत्त्वार्थ सूत्र]], v.23</ref> :-
*स्पर्श (स्पर्श किया जा सकता हैं।हैं)।
*रस (स्वाद लिया जा सकता हैं।हैं)।
*गंध (सूंघा जा सकता हैं।हैं)।
*वर्ण (देखा जा सकता हैं।हैं)।
 
=== काल ===
"https://hi.wikipedia.org/wiki/अजीव" से प्राप्त