"ग़ुलाम अली": अवतरणों में अंतर

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==कुछ प्रसिद्ध ग़ज़लें==
शीश महल एल्बमकी चार गजल
1- बालम मोहे छोड के न जा(राग मिश्र
2- काहे बनाओ झूठी बतिया (दादरा)
3-तुम बिन आवे न चेन(राग पीलू)
4 -बागोमै पडे झूल तुम भूल गये हमको(राग माहिया)
([[सदस्य:Jaswant nirala|Jaswant nirala]] ([[सदस्य वार्ता:Jaswant nirala|वार्ता]]) 17:20, 8 सितंबर 2019 (UTC))
* [[चुपके चुपके रात दिन]]
* चमकते चाँद को टूटा हुआ