"अर्धायु काल": अवतरणों में अंतर

छो चित्र जोड़ें AWB के साथ
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 1:
'''अर्धायु काल''', क्षय होते हुए किसी तत्त्व का वो काल होता है; जिसमें वो [[तत्त्व]] मूल मात्रा से आधा हो जाये। ये नाम पहले अस्थिर परमाणुओं ([[रेडियोधर्मी]] क्षय) के लिए प्रयोग किया जाता था, किन्तु अब इसे किसी भी निश्चित क्षय वाले तत्त्व के लिए प्रयोग किया जाता है।
 
यह मूल शब्द [[१९०७]] में अर्धायुShailesh कालsahu के नाम से प्रयुक्त हुआ था, जिसे बाद में [[१९५०]] में घटा कर [[अर्धायु]] कर दिया गया।
 
{| class="wikitable" align=right
पंक्ति 26:
| ''n'' || 1/(2<sup>''n''</sup>) || colspan=2|100/(2<sup>''n''</sup>)
|}
 
== सन्दर्भ ==
<div class="references-small">