"हेमन्त कुमार मुखोपाध्याय": अवतरणों में अंतर
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==आरंभिक संगीत जीवन==
अपने मित्र सुभाष मुखोपाध्याय के प्रभाव में आकर हेमंत कुमार ने 1933 में ऑल इंडिया रेडियो के लिए अपना पहला गीत रिकॉर्ड करवाया. हेमंत कुमार को बंगाली संगीतकार शैलेस दासगुप्ता से काफी प्रेरणा मिली. 1980 के दशक में टेलीविजन पर प्रसारित एक साक्षात्कार में हेमंत कुमार ने कहा कि उन्होंने उस्ताद फैय्याज खान से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली, लेकिन उस्ताद की मौत के बाद उनका ये क्रम टूट गया.
1937 में, हेमंत कुमार ने अपना पहला गैर-फिल्मी संगीत का डिस्क कोलंबिया लाबेल कंपनी के लिए जारी किया, जिसमें संगीत शैलेस दासगुप्ता ने दी और गीत लिखा था नरेश भट्टाचार्य ने. इसके बाद से 1984 तक हेमंत कुमार ने हर साल ग्रामोफोन कंपनी ऑफ इंडिया(जीसीआई)कंपनी के लिए गैर-फिल्मी गीत गाते रहे. उनका पहला हिंदी डिस्क इसी कंपनी के लिए जारी हुआ जिसमें दो गीत कितना दुख भुलाया तुमने और ओ प्रीत निभानेवाली काफी मशहूर हुआ. जिसे लिखा था फैय्याज हाशमी ने और संगीत दिया कमल दासगुप्ता ने.
उन्होंने फिल्म इरादा के लिए पहलीबार हिंदी में गीत गाया जिसमें पंडित अमरनाथ ने संगीत दिया था और अजीज कश्मीर ने गाने के बोल लिखे थे.
हेमंत कुमार रवींद्र संगीत के अग्रगण्य गायक माने जाते हैं. उन्होंने 1944 में बंगला फिल्म प्रिया बंगधाबी के लिए पहलीबार रवींद्र संगीत रिकॉर्ड कराया. इसी साल उन्होंने कोलंबिया लाबेल के लिए गैर-फिल्मी रवींद्र संगीत का रिकॉर्ड करवाया.
उन्होंने 1947 में बांग्ला फिल्म अभियात्री के लिए संगीत निर्देशन किया. हालांकि इस समय तक उनके गीतों को काफी आलोचनात्मक प्रशंसा मिली, इसके बाद भी वे किसी बड़े व्यवसायिक सफलता से दूर थे. उनके समकालीन गायकों में तलत महमूद, सुधीरलाल चक्रवर्ती, धनंजय भट्टाचार्य, सत्य चौधुरी, रोबिन मजुमदार, धनंजय मित्र आदि प्रमुख थे.
==परिवार==
==सफलता==
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