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[[चित्र:Map of expansion of Caliphate.svg|400px|thumb|मुस्लिम साम्राज्य विस्तार के कालक्रम {{legend|#a1584e|पैग़म्बर मुहम्मद के नेतृत्व में, 622–632}} {{legend|#ef9070|[[राशिदुन]] ख़िलाफ़त के दौरान, 632–661}} {{legend|#fad07d|[[उमय्यद]] ख़िलाफ़त, 661–750}}]]
{{main|इस्लाम का उदय}}
इसी समय [[अरब]], [[महामद|मुहम्मद साहब]] के नेतृत्व में काफी शक्तिशाली हो गए थे। सन् ६३४ में उन्होने ग़ज़ा के निकट बेजेन्टाइनों को एक निर्णायक युद्ध में हरा दिया। फारसी साम्राज्य पर भी उन्होंने आक्रमण किए थे पर वे उतने सफल नहीं रहे थे। सन् ६४१ में उन्होने हमादान के निकट यज़्देगर्द को हरा दिया जिसके बाद वो पूरब की तरफ़ सहायता याचना के लिए भागा पर उसकी मृत्यु मर्व में सन् ६५१ में उसके ही लोगों द्वारा हुई। इसके बाद अरबों का प्रभुत्व बढ़ता गया। उन्होंने ६५४ में खोरासान पर अधिकार कर लिया और ७०७ ईस्वी तक बाल्ख।
 
==== शिया इस्लाम ====