"कर्म": अवतरणों में अंतर
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सत्यस्वरुपा समष्टि हेतु अर्पित कर्तव्य कर्म ही धर्म है। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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{{जैन धर्म}}
साधारण बोलचाल की भाषा में '''कर्म''' का अर्थ होता है 'क्रिया'। [[व्याकरण]] में क्रिया से निष्पाद्यमान फल के आश्रय को कर्म कहते हैं। "राम घर जाता है' इस उदाहरण में "घर" गमन क्रिया के फल का आश्रय होने के नाते "जाना क्रिया' का कर्म है।सत्यस्वरुपा समष्टि हेतु अर्पित कर्तव्य कर्म ही धर्म है।
== दर्शन ==
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