"लालबहादुर शास्त्री": अवतरणों में अंतर

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== संक्षिप्त जीवनी ==
लालबहादुर शास्त्री का जन्म [[1904]] में मुगलसराय ([[उत्तर प्रदेश]]) में मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव के यहाँ हुआ था। उनके पिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे अत: सब उन्हें मुंशीजी ही कहते थे। बाद में उन्होंने राजस्व विभाग में लिपिक (क्लर्क) की नौकरी कर ली थी।<refथी name="freeindia_fatherless">{{cite webलालबहादुर की माँ का नाम रामदुलारी था। परिवार में सबसे छोटा होने के कारण बालक लालबहादुर को परिवार वाले प्यार में नन्हें कहकर ही बुलाया करते थे। जब नन्हें अठारह महीने का हुआ दुर्भाग्य से [[पिता]] का निधन हो गया। उनकी माँ रामदुलारी अपने पिता हजारीलाल के घर [[मिर्जापुर|मिर्ज़ापुर]] चली गयीं। कुछ समय बाद उसके [[नाना]] भी नहीं रहे। बिना पिता के बालक नन्हें की परवरिश करने में उसके [[मौसा]] रघुनाथ प्रसाद ने उसकी माँ का बहुत सहयोग किया। ननिहाल में रहते हुए उसने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। उसके बाद की शिक्षा हरिश्चन्द्र हाई स्कूल और [[काशी विद्यापीठ]] में हुई। काशी विद्यापीठ से '''शास्त्री''' की उपाधि मिलने के बाद उन्होंने जन्म से चला आ रहा जातिसूचक शब्द ''श्रीवास्तव'' हमेशा हमेशा के लिये हटा दिया और अपने नाम के आगे 'शास्त्री' लगा लिया। इसके पश्चात् शास्त्री शब्द लालबहादुर के नाम का पर्याय ही बन गया।
|url=http://www.freeindia.org/biographies/greatleaders/shastri/page4.htm
|title=Lal Bahadur Shastri: The Fatherless Child
|accessdate=13 मार्च 2007
}}</ref> लालबहादुर की माँ का नाम रामदुलारी था। परिवार में सबसे छोटा होने के कारण बालक लालबहादुर को परिवार वाले प्यार में नन्हें कहकर ही बुलाया करते थे। जब नन्हें अठारह महीने का हुआ दुर्भाग्य से [[पिता]] का निधन हो गया। उनकी माँ रामदुलारी अपने पिता हजारीलाल के घर [[मिर्जापुर|मिर्ज़ापुर]] चली गयीं। कुछ समय बाद उसके [[नाना]] भी नहीं रहे। बिना पिता के बालक नन्हें की परवरिश करने में उसके [[मौसा]] रघुनाथ प्रसाद ने उसकी माँ का बहुत सहयोग किया। ननिहाल में रहते हुए उसने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। उसके बाद की शिक्षा हरिश्चन्द्र हाई स्कूल और [[काशी विद्यापीठ]] में हुई। काशी विद्यापीठ से '''शास्त्री''' की उपाधि मिलने के बाद उन्होंने जन्म से चला आ रहा जातिसूचक शब्द ''श्रीवास्तव'' हमेशा हमेशा के लिये हटा दिया और अपने नाम के आगे 'शास्त्री' लगा लिया। इसके पश्चात् शास्त्री शब्द लालबहादुर के नाम का पर्याय ही बन गया।
 
[[1928]] में उनका विवाह [[मिर्जापुर]] निवासी गणेशप्रसाद की पुत्री ललिता से हुआ। ललिता शास्त्री से उनके छ: सन्तानें हुईं, दो पुत्रियाँ-कुसुम व सुमन और चार पुत्र-हरिकृष्ण, अनिल, सुनील व अशोक। उनके चार पुत्रों में से दो-अनिल शास्त्री और [[सुनील शास्त्री]] अभी हैं, शेष दो दिवंगत हो चुके हैं। [[अनिल शास्त्री]] कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं जबकि सुनील शास्त्री [[भारतीय जनता पार्टी]] में चले गये।