"वाणिज्यवाद": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Mun - England's treasure by forraign trade.djvu|right|thumb|300px|मुन (Mun) के "England's Treasure by Foreign Trade" नामक ग्रन्थ का मुखपृष्ठ (1664)]]
'''वाणिज्यवाद''' (Mercantilism) १६वीं से १८वीं शदी में [[यूरोप]] में प्रचलित एक [[आर्थिक सिद्धान्त]] तथा व्यवहार का नाम है जिसके अन्तर्गत राज्य की शक्ति बढानेबढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्र की अर्थव्यवस्थाओं का सरकारों द्वारा नियंत्रननियंत्रण को प्रोत्साहन मिला।
 
[[व्यापारिक क्रांति]] ने एक नवीन आर्थिक विचारधारा को जन्म दिया। इसका प्रारंभप्रारम्भ सोलहवीं सदी में हुआ। इस नवीन आर्थिक विचारधारा को वाणिज्यवाद, वणिकवाद या व्यापारवाद कहा गया है। [[फ्रांस]] में इस विचारधारा को '''कोल्बर्टवाद''' और [[जर्मनी]] में '''केमरलिज्म''' कहा गया। 1776 ई. में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री [[एडम स्मिथ]] ने भी अपने ग्रन्थ ‘[[द वेल्थ ऑफ नेशन्स]]' में इसका विवेचन किया है।
 
==परिचय==