"श्वसन तंत्र": अवतरणों में अंतर

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- नासछिद्रो से वायु नासगुहा में प्रवेश करती हे एवं नासगुहा में उपस्थित रोम व सर्पिलाकार अस्थियो द्वारा वायु को शुद्ध किया जाता हे l नासागुहा में वायु गर्म एवं नम होती है l
 
- नासगुहा से वायु को नासाग्रसनी में छोड़ा जाता है l
 
मनुष्य मे श्वसन तंत्र का संक्षिप्त विवरण यहाँ भी उपलब्ध है -
https://alarmforstudy.blogspot.com/2019/06/blog-post_21.html?m=1
 
 
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- स्वासनली में उपस्थित उपकला श्लेष्मा का निर्माण करती हे जो वायु को शुद्ध कर फेफड़ो तक पहुचाता है l
 
- यह वक्षगुहा में पहुचकर दायी व बायीं दो शाखाओ में विभक्त हो जाती हे जिसे प्राथमिक श्वसनी कहते है जो आगे चलकर अपनी तरफ के फेफड़े में मिल जाती है l
 
=== फुफ्फुस ===